Ranchi: JLKM के नेता देवेंद्र नाथ महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में छात्र अब भी छात्रवृत्ति जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित हैं, जबकि यही राशि उनकी पढ़ाई और भविष्य की सबसे बड़ी जरूरत है. आर्थिक तंगी के कारण कई छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है, और कुछ को तो बीच में ही पढ़ाई छोड़ने की नौबत आ गई है. महतो ने कहा कि यह हालत किसी भी संवेदनशील सरकार में स्वीकार्य नहीं होनी चाहिए.
सरकार पर लापरवाही का आरोप
देवेंद्र नाथ महतो ने आरोप लगाया कि छात्रवृत्ति वितरण में हो रही देरी और फाइलों के अटकने की वजह पूरी तरह प्रशासनिक लापरवाही है. उनका कहना था कि छात्र बार-बार आवेदन करने और कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं, लेकिन फिर भी कोई अधिकारी स्पष्ट जवाब नहीं देता. महतो ने दावा किया कि कई जिलों में छात्रवृत्ति की फाइलें महीनों से पेंडिंग हैं, जिससे छात्रों का सत्र खराब हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार के अलग-अलग मंत्री मंचों से शिक्षा के अधिकार की बात करते हैं, लेकिन जमीन पर स्थिति उसके उलट नजर आती है.
छात्र हित में डिजिटल आंदोलन की तैयारी
JLKM नेता ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आने वाले दिनों में छात्रवृत्ति का भुगतान समयबद्ध रूप से नहीं हुआ, तो JLKM छात्र संगठन एक बड़े डिजिटल अभियान की शुरुआत करेगा. इस मुहिम के जरिए छात्र अपने अनुभव, शिकायत और कठिनाइयाँ सीधे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करेंगे, ताकि सरकार तक उनकी आवाज़ मजबूती से पहुंचे. महतो ने कहा कि यह लड़ाई किसी पार्टी या विचारधारा की नहीं, बल्कि छात्रों के हक की लड़ाई है.
भविष्य की लड़ाई और संगठन का रुख
उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति उनके भविष्य के लिए जरूरी है, क्योंकि यह सिर्फ आर्थिक सहारा नहीं बल्कि शिक्षा के अधिकार का आधार है. महतो ने आग्रह किया कि सभी छात्र एकजुट होकर इस अभियान में हिस्सा लें ताकि सरकार को मजबूरन कार्रवाई करनी पड़े. उनका कहना है कि जब तक हर पात्र छात्र को उसकी छात्रवृत्ति नहीं मिलती, आंदोलन जारी रहेगा.



