गुमला :
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि विपक्ष की साजिश का नतीजा है कि अब मैं बूढ़ा दिखता हूं
.
गुमला के सिसई में आपकी योजना
,
आपकी सरकार
,
आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान अपने बदले लुक पर सीएम ने यह बात कही
.
बोले कि पहले मैं बच्चा दिखता था, लेकिन विपक्ष की साजिश के कारण अब बूढ़ा नजर आता हूं
.
सीएम ने कहा
,
इन लोगों ने बड़े
-
बड़े पदों पर बैठकर सदियों से पूरे देश में आदिवासी
-
पिछड़ों का शोषण किया है
.
अब जब हम मंत्री बन रहे हैं
,
मुख्यमंत्री बन रहे है तो इनके पेट में दर्द हो रहा है
.
हमको चार साल से चैन से बैठने नहीं दिया
.
दो साल तो कोरोना से नहीं बैठ पाए और अब बचे हुए समय में इनलोगों ने हमें परेशान कर दिया
.
हम इतना दिन
-
रात काम करते हैं
,
लेकिन इनको काम नहीं दिखता है
.
झारखंड के बीजेपी नेताओं के पास अब कुछ बोलने के लिए नहीं रहा तो ये लोग छत्तीसगढ़
,
असम
,
मध्यप्रदेश से नेता बुला रहे हैं और वे नेता हिंदू
-
मुस्लिम का जहर घोल रहे हैं
.
हर दूसरे दिन आप सुनेंगे कि फलना जगह का नेता आया और कुछ घोषणा करके गया
.
मीडिया वाले भी इनकी खबरें छापते हैं
,
लेकिन हमलोग अखबार
-
टीवी वालों के भरोसे नहीं चलते हैं
.
हमलोग नियुक्तियां कर रहे हैं वो इनको नहीं दिखता है
.
जनता इनको चुनती नहीं है फिर भी विधायक खरीदो
,
मंत्री खरीदो
,
ईडी
-
सीबीआई से धमकी दिलवाओ
.
छापा पड़वाओ
,
जेल भेजो और सरकार बनाओ
.
अब इनके पास आम जनता का समर्थन नहीं है
.
इस लोकतंत्र में सरकार आप चुनते हैं
,
लेकिन इनको आपसे मतलब नहीं
.
अगर आपने किसी और को सरकार बनाया तो ये सरकार को ही खरीद लेते हैं
.
हमारे और हमारे विधायकों के पीछे भी ये दो साल से पड़े हुए हैं
,
लेकिन हमलोग पैसे पर नहीं बिकते
.
कोरोना
इंजेक्शन
से
अभ्यर्थियों
की
मौत
हुई
मुख्यमंत्री ने कहा
,
उत्पाद सिपाही की दौड़ में कुछ नौजवानों की मौत हो गई है
.
इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश सामने आ रही है
.
हमने जांच का आदेश दे दिया है
.
कोरोना काल में झारखंड के लोगों को जो इंजेक्शन लगा है वो गलत इंजेक्शन था
.
हल्की
-
फुल्की सर्दी
-
खांसी में लोगों की जान जा रही है
.
फर्जी दवा दिया गया है
.
फर्जी दवा बनाने वाली कंपनी से अरबों
-
खरबों रुपया चंदा वसूल लिया
.
पैसा वसूलने के लिए कौन सा दवा हमलोगों को लगा दिया है पता नहीं
.
सीएम ने कहा हमको तो कोरोना हुआ भी नहीं इसके बाद भी इंजेक्शन लगा दिया
.
उत्पाद सिपाही की दौड़ में जिन बच्चों का देहांत हो रहा है
.
उनको कोरोना का इंजेक्शन लगाया था
.
मौत उसी का प्रभाव पड़ा है
.
सीएम ने कहा अभी मंईयां सम्मान योजना के जरिए
50
लाख लोगों के खाते में पैसा चला गया और इन लोगों ने कोर्ट में जाकर केस कर दिया है
.
केस करने वाला इधर का ही कोई आदमी है
.
हम यहां के नौजवानों को नौकरी देने के लिए
1932
आधारित नियोजन नीति बनाते है ये बेईमान लोग कोर्ट चला जाता है
.
हमारी नीति को असंवैधानिक बता देता है और यही कानून इनके राज्य में बनता है तो वहां संवैधानिक हो जाता है
.
विपक्षियों
को
खदेड़कर
झारखंड
से
भगा
देना
है
हेमंत सोरेन ने कहा
,
तालाब में बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है
.
समाज में भी यही होता है
.
खासकर उन लोगों के साथ ऐसा होता है जिनकी कोई पहचान समाज में नहीं है
.
आज देश में आदिवासियों की पहचान नहीं है
.
इसलिए झारखंड सरकार ने झारखंड के आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड पारित करके सरकार को भेजा है
,
लेकिन अब तक वह नहीं मिला है
.
अगर सरना धर्म कोड मिल जाए तो आदिवासी सुरक्षित हो जाएंगे
.
लेकिन ये
चाहते हैं कि हम भेड़
-
बकरियों की तरह हम कभी इधर चले जाएं
,
कभी उधर चले जाएं और खत्म हो जाएं
.
सीएम ने कहा हमलोगों ने कमर कसी है कि इन विपक्षियों को खदेड़कर झारखंड से हमेशा
-
हमेशा के लिए भगा देना है
.



