दुनियाभर में साइबर हमलों का खतरा तेज़ी से बढ़ रहा है. इसी बीच अमेरिका की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने Google, Apple और Microsoft यूजर्स को खास चेतावनी जारी की है. एजेंसी ने कहा है कि यूजर्स अपने ईमेल पासवर्ड और लॉग-इन जानकारी को लेकर अत्यंत सतर्क रहें, क्योंकि हैकर्स इन कंपनियों के अधिकारियों के नाम पर नई-नई ठगी की रणनीतियां अपना रहे हैं.
हैकर्स फर्जी कॉल और मैसेज भेजकर उपयोगकर्ताओं से उनकी निजी जानकारी, जैसे साइन-इन क्रेडेंशियल और सिक्योरिटी कोड, हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए किसी भी संदिग्ध मैसेज या कॉल पर तुरंत सावधान हो जाना चाहिए.
फर्जी कॉल के ज़रिए हो रही ठगी
नवंबर में कई मामलों में देखा गया कि हैकर्स ने Apple के ऑटोमेटेड सिक्योरिटी मैसेज का नकली इस्तेमाल किया और खुद को Apple सपोर्ट अधिकारी बताकर लोगों को कॉल किया. यह तरीका इतने प्रोफेशनल ढंग से अपनाया गया कि कई लोग तुरंत भरोसा कर बैठे. इसी तरह, Google यूजर्स को भी ऐसे ही फर्जी कॉल और नोटिफिकेशन का सामना करना पड़ा.
कॉल पर मांगा जा रहा सिक्योरिटी कोड
कुछ गंभीर घटनाओं में हैकर्स खुद को Google सुरक्षा टीम का सदस्य बताकर कॉल पर सिक्योरिटी कोड तक मांगने लगे. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे किसी भी कॉल, मैसेज या ईमेल पर प्रतिक्रिया न दें. एक छोटी-सी गलती भी आपका अकाउंट हैक होने का रास्ता खोल सकती है.
इस तरह के मैसेज को करें नज़रअंदाज़
Forbes की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक Reddit यूजर ने पूछा कि उसके फोन पर Google सिक्योरिटी प्रॉम्प्ट क्यों आया. दरअसल, कोई भी व्यक्ति आपके ईमेल पते के लिए अकाउंट रिकवरी प्रक्रिया शुरू कर सकता है. इसलिए Google के सुरक्षा संदेश में साफ लिखा होता है कि यदि आपने रिकवरी प्रक्रिया शुरू नहीं की है, तो इस प्रॉम्प्ट को अनदेखा कर दें.
बैंक अकाउंट तक खाली हो सकता है
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, हैकर्स अब बेहद चालाक तरीके अपना रहे हैं. वे सीधे आपकी निजी जानकारी नहीं मांगते, बल्कि किसी बहाने या भरोसे के जरिए आपको जाल में फंसाते हैं. अगर आपकी निजी जानकारी उनके हाथ लग जाती है, तो आपका बैंक अकाउंट भी खाली हो सकता है. इसलिए ऐसे कॉल और मैसेज से हमेशा सावधान रहें.



