Ranchi: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे से सरकार ने सदन में 7721.25 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया. विपक्ष के हंगामे के बीच वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सदन के पटल पर अनुपूरक बजट को रखा. अनुदान मांगों पर कल बहस होगी. गौरतलब है कि सरकार के विभिन्न विभागों की ओर से 13 हजार करोड़ रुपये के अनुपूरक बजट की मांग भेजी गई थी, जिसे घटाकर 7,721.25 करोड़ रुपये किया गया है. अनुपूरक बजट में मंईयां सम्मान योजना पर सबसे अधिक राशि का प्रावधान किया गया है.स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं और विधायकों की विकास योजनाओं से संबंधित मद को भी इमें जगह दी गयी है.
सदन के बाहर विपक्षी विधायकों ने किया प्रदर्शन
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर एनडीए विधायकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. बीजेपी, आजसू और एलजेपी (रामविलास) के विधायकों ने विधानसभा परिसर में हाथों में तख्तियां लेकर जोरदार नारेबाजी की और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। विपक्ष की मांग थी कि लंबित छात्रवृत्ति का अविलंब भुगतान किया जाए, साथ ही किसानों के लिए धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये प्रति क्विंटल तय किया जाए.
वेल में पहुंचकर विधायकों ने की नारेबाजी
वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विपक्षी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सीधे वेल में पहुंच गए. स्पीकर ने बार-बार विपक्ष को अपनी सीटों पर लौटने और व्यवस्थित तरीके से मुद्दों को उठाने की अपील की, लेकिन विरोध जारी रहा. लगातार हंगामे के कारण स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद भी हंगामा जारी रहा. हंगामे के बीच अनुपूरक बजट पेश हुआ.



