महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को दरभंगा के गौराबौराम में जनसभा को संबोधित किया. खराब मौसम के कारण उनकी मधेपुरा के बिहारीगंज और आलमनगर की सभाएं रद्द हो गईं, लेकिन वे निर्धारित समय से पहले दरभंगा पहुंचे और वीआईपी प्रत्याशी संतोष सहनी के समर्थन में प्रचार किया.
“ये चुनाव बिहार को बदलने की लड़ाई है”
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ किसी को विधायक बनाने का नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य को बदलने की लड़ाई है. उन्होंने कहा, “हमने सबको साथ लेकर चलने का काम किया है. पूरे देश की नज़र बिहार पर है. अगर बिहार जीतेगा, तो यूपी और बंगाल भी जीतेंगे. मोदी जी का आगे का रास्ता यहीं से तय होगा.”
“बिहार से वोट, गुजरात में उद्योग”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर सीधा हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा, “ये लोग बिहार से वोट लेते हैं, लेकिन उद्योग गुजरात में लगाते हैं. बिहार को सालों से बंधक बनाकर रखा गया है. अब वक्त आ गया है कि लोग इन्हें हमेशा के लिए बाहर का रास्ता दिखा दें.” उन्होंने केंद्र सरकार पर महिलाओं को चुनाव से पहले पैसे देने का आरोप लगाया और कहा कि यह आचार संहिता का उल्लंघन है. “चुनाव से ठीक पहले महिलाओं के खातों में पैसे डाले जा रहे हैं. यह चुनाव से पहले रिश्वत देने जैसा है. 24 अक्टूबर को भी 10 लाख महिलाओं को पैसे दिए गए, लेकिन चुनाव आयोग चुप है - उसकी नैतिकता कहां गई?”
“महागठबंधन एकजुट है”
तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के सभी दल एक-दूसरे का सम्मान कर रहे हैं. “कहीं कांग्रेस, वीआईपी, माले या आरजेडी कुर्बानी दे रही है, तो कहीं हम. हम अपने साथियों का ख्याल रखेंगे. एकजुट रहिए, भाजपा को भगाइए. सरकार बनेगी तभी हर घर में नौकरी पहुंचेगी.” रैली में तेजस्वी ने जनता से अपील की कि वे इस चुनाव में विकास, सम्मान और रोजगार के मुद्दों पर वोट करें ताकि बिहार को “बंधक की राजनीति” से आज़ादी मिल सके.




