Nalanda:
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को मुंगेर, खगड़िया और नालंदा में इंडिया गठबंधन पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि लालू यादव और राहुल बाबा को घुसपैठियों में अपना वोट बैंक दिखता है. राहुल बाबा, चाहे जितनी भी घुसपैठिया बचाओ रैली निकाल लो, आप घुसपैठियों को बचा नहीं सकते. उन्होंने कहा. आरजेडी और कांग्रेस का केंद्र और बिहार में केवल भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड है, ऐसा लट्ठबंधन कभी भी बिहार का विकास नहीं कर सकता. उन्होंने आगे कहा बिहार में एक ओर NDA के 5 दल, 5 पांडवों की तरह एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं, दूसरी ओर, महागठबंधन में टिकटों के बंटवारे पर ही लठमार हो गई. इनका न नेता है, न नीयत है और न नेतृत्व है.
अराजकता और अपराध का वो दौर था
अमित शाह ने अपने भाषण में लालू और राबड़ी के शासनकाल को “अराजकता और अपराध का दौर” बताया. उन्होंने कहा कि उस समय कानून-व्यवस्था इतनी कमजोर थी कि चुनाव छह-छह चरणों में कराने पड़ते थे. अब पीएम मोदी और सीएम नीतीश के नेतृत्व में बिहार इतना सुरक्षित हुआ है कि चुनाव सिर्फ दो चरणों में कराए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर इस बार फिर एनडीए की सरकार बनी, तो अगली बार एक ही चरण में चुनाव होंगे. उन्होंने कहा कि 2005 की तुलना में 2024 में हत्याओं के मामलों में 20 फीसदी की कमी आई है. डकैती और फिरौती जैसे गंभीर अपराधों में 80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. पिछले 10 सालों में बिहार में एक भी नरसंहार नहीं हुआ है.
लालू-सोनिया बेटे को सीएम-पीएम बनाना चाहते हैं
शाह ने कहा कि लालू यादव अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री. कहा कि जो परिवारवाद की राजनीति करते हैं, वे सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करते हैं. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गरीबों और किसानों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं. गृह मंत्री ने दावा किया कि महागठबंधन के नेताओं के पास न न नेता है, न नीयत है और न नेतृत्व है. कहा कि, बिहार चुनाव यह निर्णय करने वाला है कि फिर से बिहार में जंगलराज आएगा या एनडीए के नेतृत्व में फिर से विकास का राज आएगा.




