Ranchi :
झारखंड हाईकोर्ट ने JSSC CGL परीक्षा के रिजल्ट के प्रकाशन पर लगी रोक को हटाने से इनकार कर दिया है. JSSC CGL पेपर लीक मामले की CBI जांच कराने की मांग को लेकर दायर याचिका पर बुधवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. चीफ जस्टिस की कोर्ट ने रिजल्ट पर लगे स्टे हटाने से इनकार करते हुए कहा कि अदालत इस मामले पर फिलहाल कोई आदेश पारित नहीं करेगा. जांच एजेंसी अपनी जांच रिपोर्ट निचली अदालत में जमा करे. उसके आधार पर निचली अदालत अपना आदेश पारित करेगी. मामले की अगली सुनवाई 7 मई को होगी.
17 नवंबर 2024 को हाईकोर्ट ने रिजल्ट प्रकाशन पर लगाया था स्टे
17 नंवबर 2024 को झारखंड हाईकोर्ट ने JSSC CGL 2023 की याचिका पर सुनवाई करते हुए परीक्षा के रिजल्ट को प्रकाशित करने पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी. याचिकाकर्ताओें का कहना है कि 21 और 22 सितंबर को JSSC द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा में धांधली हुई है. उन्होंने मांग की थी कि परीक्षा को रद्द कर इस मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए. सभी तर्कों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने परीक्षा के रिजल्ट पर रोक लगा दी.
पेपर लीक मामले में झारखंड पुलिस के 8 जवान गिरफ्तार
उधर जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीआइडी ने आठ संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में झारखंड पुलिस की इंडियन रिजर्व बटालियन-8 गोड्डा के पांच जवान, असम राइफल का एक जवान, गृह रक्षा वाहिनी का एक जवान व असम राइफल के जवान का भतीजा शामिल हैं. पेपर लीक मामले का कथित मास्टरमाइंड गोरखपुर का निवासी है, जिसकी तलाश जारी है.
जेएसएससी घेराव के दौरान हुआ था लाठीचार्ज
इससे पहले 16 दिसंबर को झारखंड के कई छात्र संगठनों और छात्र नेताओं ने इस मामले को लेकर नामकुम में जेएसएससी कार्यालय का घेराव किया था. हेमंत सोरेन ने मामले में सीआईडी जांच के आदेश दिये थे. इसके बाद ही अभ्यर्थियों ने घेराव किया था. उस दौरान जेएलकेएम नेता देवेंद्रनाथ महतो समेत कई अभ्यर्थियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था और हिरासत में लिया था.
क्या है मामला
दरअसल JSSC CGL परिणाम आने के बाद से ही लगातार छात्र परीक्षा में धांधली का आरोप लगा रहे हैं. अभ्यर्थियों ने परीक्षा के परिणाम रद्द करवाने के लिए हजारीबाग बंद करने का आवाहन किया था. हजारों छात्र सड़क पर लाठी-डंडा लेकर उतर पड़े. सड़क पर अभ्यर्थी दुकानें बंद करवाते दिखे. इस एग्जाम को कदाचार मुक्त और पेपर लीक जैसे गंभीर मामलों से बचने के सरकार ने इंटरनेट भी झारखंड में बंद कर दिया था. फिर भी एग्जाम विवादों में आ ही गया. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने 21 और 22 सितंबर को झारखंड स्नातक पात्रता संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा यानी सीजीएल 2023 आयोजित की थी. जिसमें प्रश्नपत्र लीक होने की शिकायत कर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया था.





