Kolkata: पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों में बंगाल भय, भ्रष्टाचार, कुशासन और घुसपैठ का शिकार हुआ है. अमित शाह ने दावा किया कि वर्ष 2026 में राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर किया जाएगा और विकास की गति को तेज किया जाएगा.
गृह मंत्री ने कहा कि बंगाल की सीमा से हो रही घुसपैठ केवल राज्य का नहीं, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि देश की संस्कृति और सुरक्षा की रक्षा के लिए सीमाओं को सख्ती से सील करने वाली सरकार जरूरी है और यह काम केवल भाजपा ही कर सकती है, टीएमसी नहीं.
अमित शाह ने कहा, “पिछले 14–15 वर्षों में भय और भ्रष्टाचार बंगाल की पहचान बन गए हैं. 15 अप्रैल 2026 के बाद जब बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी, तब बंग गौरव, बंग संस्कृति और उसके पुनर्जागरण की शुरुआत होगी. हम स्वामी विवेकानंद, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों का बंगाल बनाने का प्रयास करेंगे.”
उन्होंने टीएमसी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके शासनकाल में जनता भयभीत और आशंकित है. अमित शाह ने कहा कि भाजपा बंगाल की जनता को आश्वासन देती है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में भाजपा सरकार बनने के साथ ही विरासत का संरक्षण होगा, विकास की रफ्तार बढ़ेगी और गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी जाएगी.
गृह मंत्री ने 30 दिसंबर के ऐतिहासिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी दिन 1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में पहली बार आजाद भारत का झंडा फहराया था. उन्होंने कहा कि यह दिन स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और आज के संदर्भ में बंगाल के लिए 30 दिसंबर से लेकर अप्रैल तक का समय बेहद अहम है.
अमित शाह ने आगामी विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि बंगाल की जनता भय, भ्रष्टाचार, कुशासन और घुसपैठ की जगह विकास, विरासत और गरीब कल्याण पर आधारित मजबूत सरकार बनाने का संकल्प लेती दिखाई दे रही है.



