रांची
:
इस बार गणतंत्र दिवस पर आयोजित राजकीय समारोह की झांकी में मंईयां सम्मान योजना की झलक दिखेगी. गुरुवार को गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर चीफ सेक्रेटरी अलका तिवारी ने एक बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि समारोह की झांकी में झारखंड का चरित्र और चेहरा झलकना चाहिए. उन्होंने झांकी में मइंया सम्मान योजना और सड़क सुरक्षा को भी जोड़ने का निर्देश दिया. कहा कि झांकियों के चयन के लिए एक कमिटी भी होनी चाहिए
,
जो उसके थीम और प्रजेंटेशन को फाइनल करे. बैठक में ही तीन सदस्यीय कमिटी का गठन भी किया गया
,
जिसमें कृषि सचिव अबू बक्कर सिद्दिकी
,
पर्यटन सचिव मनोज कुमार और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक राजीव लोचन बख्शी को शामिल किया गया. बैठक में तय हुआ कि समारोह में कुल
12
से
13
विभागों की झांकियों का प्रदर्शन कमिटी के अनुमोदन के बाद किया जाएगा.
रांची और दुमका डीसी को विशेष निर्देश
मुख्य सचिव ने रांची और दुमका के डीसी को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रण पत्र की छपाई और उसके वितरण को लेकर निर्देश दिया. रांची और दुमका में स्थापित महत्वपूर्ण प्रतिमा स्थलों की सफाई और प्रतिमाओं पर माल्यार्पण की व्यवस्था
,
मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को समारोह स्थल तक लाने की व्यवस्था
,
मुख्य समारोह स्थल पर पंडाल
,
बैरिकेडिंग एवं बैठने की व्यवस्था
,
पेयजल
,
शौचालय एवं स्वच्छता की व्यवस्था
,
समारोह स्थल तक जाने वाले मुख्य मार्गों पर यातायात और पार्किंग की व्यवस्था
,
मुख्य समारोह स्थल पर चिकित्सा की व्यवस्था
,
अग्निशमन की व्यवस्था
,
पुरस्कार- सम्मान पत्र का वितरण और
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सीएस ने निर्देश दिया.
18 से 24 जनवरी तक परेड का रिहर्सल
मुख्य सचिव ने मोरहाबादी मैदान के पास लगे एलइडी स्क्रीन की क्वालिटी सुधारने का निर्देश दिया. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक के प्रस्ताव पर झांकी में झारखंड के वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी को अनुमोदित किया गया. डीजीपी अनुराग गुप्ता ने झांकी में साइबर सुरक्षा को भी शामिल करने का सुझाव दिया. वहीं तय हुआ कि गणतंत्र दिवस परेड में सेना
,
सीआइएसएफ
,
सीआरपीएफ
,
एसएसवी
,
जैप
,
जिला बल
,
एनडीआरएफ
,
फायर बिग्रेड के प्लाटून के साथ सेना
,
सीआरपीएफ और जैप के बैंड भाग लेंगे. इसका रिहर्सल
18
जनवरी से
24
जनवरी के बीच सुनिश्चित कर लेने का निर्देश दिया गया.




