भारत की दिग्गज महला पहलवान विनेश फोगाट ने अपने रिटायरमेंट के फैसले को वापस ले लिया है. विनेश ने एक बार फिर मैट पर लौटने का ऐलान कर दिया. एक्स पर पोस्ट कर विनेश ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, दोबारा अपने ओलंपिक सपने को पूरा करने के लिए प्रशिक्षण शुरू करेंगी. भारत के लिए तीन ओलंपिक में हिस्सा ले चुकीं विनेश फोगाट के इस फैसले से उनके फैंस में काफी खुशी है. कुश्ती छोड़कर हरियाणा से कांग्रेस की टिकट पर विधायक बनीं विनेश का फोकस 2028 में होने वाले लॉस एंजिल्स ओलंपिक पर है.
इंस्टाग्राम पर भावुक पोस्ट
इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट कर विनेश ने अपने कमबैक की जानकारी देते हुए लिखा, “लोग मुझसे पूछते रहे कि क्या पेरिस मेरे करियर का अंत है. लंबे समय तक मेरे पास इसका जवाब नहीं था. मुझे मैट से, दबाव से, उम्मीदों से, यहां तक कि अपनी महत्वाकांक्षाओं से भी दूर हटने की जरूरत थी. सालों में पहली बार मैंने खुद को चैन की सांस लेने दी. मैंने अपने सफर के महत्व को समझने के लिए समय लिया. ऊंचाइयां, दिल टूटना, बलिदान, और मेरा वो रूप जिसे दुनिया ने कभी नहीं देखा और उस आत्मचिंतन में मुझे सच्चाई मिली मुझे अब भी इस खेल से प्यार है. मैं अब भी प्रतिस्पर्धा करना चाहती हूं. उस खामोशी में मुझे वो बात याद आई, जिसे मैं भूल चुकी थी जुनून की आग कभी बुझी ही नहीं’. यह सिर्फ थकान और शोर के नीचे दब गई थी. अनुशासन, दिनचर्या, संघर्ष…ये सब मेरे अंदर बसे हैं. चाहे मैं कितनी भी दूर चली गई, मेरा एक हिस्सा मैट पर ही रह गया. तो अब मैं LA28 की ओर निडर दिल और कभी न झुकने वाली भावना के साथ कदम बढ़ा रही हूं”
संन्यास लेने के बाद चुनाव जीत बनीं विधायक
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक के मुकाबले में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था. तीन बार की ओलंपियन रह चुकीं विनेश फोगाट ने एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते हैं, लेकिन 2024 पेरिस ओलंपिक में फाइनल से ठीक एक रात पहले ओवरवेट पाए जाने पर उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था, जिसके कारण वो गोल्ड मेडल बाउट में उतर तक नहीं पाई थी. 50 किलोग्राम वर्ग के स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण वह अयोग्य घोषित हो गई थी. विनेश ने इसे अपने खिलाफ बड़ी साजिश बताया था. गुस्से में आकर उन्होंने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था. संन्यास लेने के बाद विनेश ने पिछले साल हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ा था और जुलाना सीट से 6,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी.



