साल 2025 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक वर्ष के रूप में याद किया जाएगा. इस साल एआई तकनीक ने सिर्फ तकनीकी दुनिया में क्रांति नहीं लायी, बल्कि इसके साथ ही कई नए अरबपतियों ने भी जन्म लिया. अमेरिका और चीन की कंपनियों से जुड़े युवा उद्यमियों ने एआई के जरिए अपने सपनों को अरबों डॉलर में बदल दिया. एआई स्टार्टअप्स में निवेश का ग्राफ इस साल तेजी से बढ़ा. रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनियाभर के निवेशकों ने 200 अरब डॉलर से ज्यादा एआई कंपनियों में लगाया. इस भारी निवेश और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के चलते 50 से अधिक लोग इस साल कागजों पर अरबपति बन गए.
1. रयान होल्डिंग्स – CEO, NeuralCore AI
रयान होल्डिंग्स की कंपनी NeuralCore AI डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग टूल्स बनाती है. फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी संपत्ति लगभग 16 अरब डॉलर आंकी गई है. कंपनी ने पिछले 6 साल में 22 अरब डॉलर का वैल्यूएशन हासिल किया और इसके ग्राहक Google, Microsoft और Amazon जैसी बड़ी टेक कंपनियां हैं. रयान की NeuralCore AI में हिस्सेदारी लगभग 70% है, और 35 साल की उम्र में वह फोर्ब्स 400 लिस्ट में सबसे युवा अरबपति बन गए.
2. एमी जेनिंग्स और डैरेन मोलर – Co-Founders, Helix AI
एमी जेनिंग्स और डैरेन मोलर ने Helix AI की स्थापना की, जो कस्टमर सपोर्ट में इस्तेमाल होने वाले AI एजेंट बनाती है. कंपनी ने ‘Northway Electronics’ और ‘AutoDrive’ जैसी कंपनियों के साथ बड़े कॉन्ट्रैक्ट किए हैं. सितंबर में Helix AI ने नया निवेश फंड जुटाया और इससे दोनों संस्थापक अरबपति बन गए. उनके पास कुल 2.5 अरब डॉलर की संपत्ति है.
3. विक्टर लू, सारा मित्तल और करण देसाई – Founders, DataForge
DataForge की स्थापना साल 2023 में हुई थी. कंपनी ने केवल 350 मिलियन डॉलर की शुरुआती फंडिंग के बाद 10 अरब डॉलर का वैल्यूएशन हासिल कर लिया. DataForge बड़े एआई प्लेटफॉर्म्स के लिए डेटा लेबलिंग और एनालिसिस के विशेषज्ञ प्रदान करती है. इसके संस्थापकों के पास कुल 2.2 अरब डॉलर की संपत्ति है.
4. निकोलस ब्राउन और सोफिया रेमंड – Co-Founders, CodeEase
CodeEase एक वाइज़ुअल कोडिंग स्टार्टअप है. यह उन लोगों के लिए वेबसाइट और ऐप बनाने की सुविधा देता है जिनके पास कोडिंग का अनुभव नहीं है. सिर्फ प्रॉम्प्ट डालकर वेबसाइट या ऐप तैयार किया जा सकता है. दिसंबर में कंपनी ने 330 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया, जिससे निकोलस और सोफिया अरबपति बन गए.
5. लुसी चेन – Co-Founder, ScaleTech
31 साल की लुसी चेन इस साल दुनिया की सबसे कम उम्र की सेल्फ-मेड महिला अरबपति बनीं. लुसी की कंपनी ScaleTech में मेटा का बड़ा निवेश हुआ, जिसने कंपनी का आधा हिस्सा खरीद लिया. इस निवेश से लुसी को अरबों डॉलर की संपत्ति मिली और उन्हें एआई इंडस्ट्री में एक प्रमुख नाम बना दिया.
एआई की वजह से युवा अरबपतियों की बढ़ती लिस्ट
साल 2025 ने यह साबित कर दिया कि एआई केवल तकनीक नहीं है, बल्कि यह नई आर्थिक संभावनाओं का दरवाजा भी खोलता है. 22 साल के युवा उद्यमी भी इस लिस्ट में शामिल हुए, जिनकी कंपनियों का वैल्यूएशन अरबों डॉलर में पहुंच गया. इस साल के अरबपतियों की सफलता ने यह दिखाया कि एआई स्टार्टअप्स में निवेश और नवाचार की कोई उम्र सीमा नहीं होती. विशेषकर डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और वाइज़ुअल कोडिंग जैसे क्षेत्रों में तेजी से होने वाली प्रगति ने एआई स्टार्टअप्स को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाई. अमेरिका और चीन के साथ-साथ कई अन्य देशों के निवेशकों ने भी इस क्षेत्र में बड़ी रकम लगाई, जिससे नए अरबपतियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
एआई अरबपतियों के पीछे की कहानी
इन अरबपतियों की सफलता सिर्फ तकनीक की वजह से नहीं है, बल्कि उनकी दूरदर्शिता, सही समय पर निवेश और सही टीम बनाने की क्षमता ने उन्हें यहाँ तक पहुँचाया. NeuralCore AI के रयान होल्डिंग्स ने डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में न सिर्फ नए टूल्स बनाए, बल्कि बड़े ग्राहकों के भरोसे को भी जीत लिया. Helix AI की एमी और डैरेन ने कस्टमर सपोर्ट के क्षेत्र में AI एजेंट्स के माध्यम से नयी संभावनाओं को खोजा. डेटाForge, CodeEase और ScaleTech जैसी कंपनियों ने दिखाया कि सही विचार और नवाचार के जरिए युवा उद्यमी सिर्फ तकनीक में ही नहीं, बल्कि वैश्विक व्यापार में भी बड़ा नाम कमा सकते हैं.




