Ranchi:
राजधानी रांची में शुक्रवार से तीन दिवसीय Defence Expo – East Tech Symposium 2025 का शुभारंभ हुआ. इस विशेष अवसर पर राज्यपाल संतोष गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, और भारतीय सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जहां राज्य की औद्योगिक क्षमता पर जोर दिया, वहीं HEC (हैवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) की गिरती हालत पर गहरी चिंता भी जताई.
HEC का हाल देख दुख होता है – मुख्यमंत्री
“शायद बहुत लोग नहीं जानते होंगे कि देश में उद्योगों की जो मदर फैक्ट्री कही जाती है, वो हमारे झारखंड में है – HEC. यह फैक्ट्री सैटेलाइट से लेकर परमाणु ऊर्जा के लिए आवश्यक कंपोनेंट तक बनाती रही है. लेकिन आज यह हाशिए पर पहुंच गई है. इतने बड़े उद्योग को डूबते हुए देखना बेहद पीड़ादायक है.”
झारखंड में डिफेंस इंडस्ट्री के लिए है अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने Defence Expo को एक ऐतिहासिक पहल बताते हुए कहा कि झारखंड जैसे राज्य में डिफेंस सेक्टर को सपोर्ट करने वाले रॉ मैटेरियल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं. “चाहे स्टील हो, कोयला हो या फिर यूरेनियम—जो परमाणु ऊर्जा के लिए जरूरी होता है—सब कुछ हमारे राज्य में मौजूद है. यह राज्य डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक रणनीतिक हब बन सकता है.”
नीतियों में बदलाव की ज़रूरत
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि झारखंड में उद्योगों की संभावना होने के बावजूद, कई बार नीतिगत फैसले उद्योगों की गति को प्रभावित करते हैं. “राज्य में उद्योग बढ़ते हैं, लेकिन कुछ नीतियां ऐसी आती हैं जिससे चीजें धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं. हमें इसमें संतुलन बनाना होगा.”
सरकार देगी हरसंभव सहयोग
डिफेंस सेक्टर में निवेश और उद्योग स्थापना को लेकर उन्होंने उद्योगपतियों और रक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों को भरोसा दिलाया. “अगर आप डिफेंस के क्षेत्र में नया आयाम जोड़ना चाहते हैं, तो सरकार की ओर से चिंता की कोई बात नहीं है. हम हर तरह के सहयोग के लिए तैयार हैं. आप बस आगे आइए और सरकार से संवाद कीजिए.” मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रक्षा क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह कारवां आगे बढ़ता रहेगा, और आने वाले समय में झारखंड के उद्योग भी डिफेंस सेक्टर का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगे.



