Ranchi:
झारखंड के पेयजल और स्वच्छता मंत्री योगेंद्र प्रसाद आज अचानक नेपाल हाउस सचिवालय में स्थित अपने विभाग का निरीक्षण करने पहुंच गये. मंत्री के आने की खबर से विभाग में हड़कंप मच गया. कई कर्मचारी ड्यूटी से गायब थे. मंत्री ने विभागीय पदाधिकारियों से फाइलों के निस्तारण और कार्यप्रणाली समेत कई चीजों की जनकारी ली. उन्होंने अटेंडेंस रजिस्टर भी चेक किया. मंत्री ने पाया कि कुछ कर्मचारी बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे. वहीं कुछ कर्मचारी समय पर कार्यालय में मौजूद नहीं थे. इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए मंत्री 7 कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा, साथ ही उन्होंने विभागीय सचिव को जांच के निर्देश दिए.
लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
मंत्री ने कहा कि जनता को पेयजल एवं स्वच्छता से जुड़ी सेवाएं समय पर उपलब्ध कराना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है, ऐसे में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कहा कि ऑफिस में टाइम से आने और जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए कठोर अनुशासन लागू किया जाएगा.
शून्य सहनशीलता की नीति के साथ काम करना होगा
योगेंद्र प्रसाद ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि काम में अनावश्यक देरी, फाइलों को रोकने और जिम्मेदारियों से बचने जैसी प्रवृत्तियों पर पूरी तरह रोक लगाई जाए. कहा कि विभाग को शून्य सहनशीलता की नीति के साथ कार्य करना होगा.



