जन शक्ति जनता दल (जेजेडी) के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पार्टी से निष्कासित राष्ट्रीय प्रवक्ता संतोष रेनू यादव के खिलाफ पटना के सचिवालय थाने में शिकायत दर्ज कराई है. तेज प्रताप यादव ने इस मामले को गंभीर बताते हुए बिहार के गृह मंत्री सम्राट चौधरी को भी पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है.
आपत्तिजनक भाषा और जान से मारने की धमकी का आरोप
सचिवालय थाना प्रभारी को दिए गए लिखित आवेदन में तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया है कि संतोष रेनू यादव सोशल मीडिया के माध्यम से उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह व्यवहार किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है.
पत्र में लगाए गंभीर आरोप
तेज प्रताप यादव ने अपने पत्र में बताया कि संतोष रेनू यादव को उन्होंने जन शक्ति जनता दल में राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया था. लेकिन पार्टी से जुड़ने के बाद वह पार्टी की विचारधारा के विपरीत गतिविधियों में संलिप्त पाए गए. पत्र के अनुसार, संतोष रेनू पर लोगों से काम दिलाने के नाम पर ऑनलाइन माध्यम से पैसे लेने और डराकर अवैध वसूली करने जैसे गंभीर आरोप हैं. जब यह मामला संज्ञान में आया तो उन्हें समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासन
तेज प्रताप यादव के अनुसार, पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने 14 दिसंबर 2025 को संतोष रेनू यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया. इसके बाद से ही संतोष रेनू यादव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और यूट्यूब पर लाइव आकर तेज प्रताप यादव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां और धमकियां दे रहे हैं.
संतोष रेनू यादव ने आरोपों से किया इनकार
इस पूरे मामले पर संतोष कुमार रेनू यादव ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव आकर सफाई दी है. उन्होंने तेज प्रताप यादव के आरोपों को निराधार बताया. संतोष रेनू यादव का कहना है कि एक सड़क हादसे में मृत व्यक्ति के प्रति संवेदना व्यक्त करने और पार्टी से जुड़े एक विवादित मामले में अपनी अलग राय रखने के कारण उन्हें गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है.
पुलिस जांच की तैयारी
शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. अधिकारियों का कहना है कि दोनों पक्षों की बात सुनकर और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.




