रांची/दुमका :
76 वें गणतंत्र दिवस पर झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने रांची के मोरहाबादी मैदान में तिरंगा फहराया, वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उप राजधानी दुमका में झंडोतोलन किया. राज्यपाल और सीएम ने सशस्त्र बल के परेड का निरीक्षण भी किया. इस मौके पर राज्यपाल ने 44 अधिकारियों-कर्मियों को पदकों से अलंकृत किया. इसमें सराहनीय सेवा के लिए 23 अधिकारियों-कर्मियों को और वीरता के लिए मिले छह अधिकारियों-कर्मियों के पदक शामिल हैं.
राज्यपाल ने की सरकार के कार्यों की सराहना
राज्यपाल ने अपने संबोधन के दौरान राज्य सरकार के कार्यों की सराहना की. मंईयां सम्मान योजना का भी जिक्र किया. राज्यपाल ने कहा झारखंड प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. सरकार राज्य के हर वर्ग के लिए संवेदनशील होकर काम कर रही है. राज्य सरकार ने हमेशा से सुशासन एवं न्याय के साथ विकास पर जोर दिया जा रहा है. नक्सली अभियान में वर्ष 2024 में 248 नक्सली को गिरफ्तार किया गया, 24 ने आत्म समर्पण किया, वहीं नौ को मार गिराया गया. इस वर्ष राज्य में संगठित अपराध के कुल 154 संगठित गिरोह के अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें अलकायदा के भी 4 आतंकी शामिल हैं. बढ़ते साइबर अपराधों के बीच राज्य में कुल 898 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. झारखंड में कृषि कर्ज माफी योजना के तहत 1.82 लाख लाभुकों का 403 करोड़ का कर्ज माफ किया गया है. निवेशक प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए स्वयं आगे आ रहे हैं. MSME इकाईयों के द्वारा राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन तथा राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए नई Jharkhand MSME Promotion Policy अधिसूचित की गयी है, जिसमें अधिकतम 40% तक अनुदान का प्रावधान किया गया है.
सीएम ने की महिला सशक्तिकरण स्वरोजगार और पलायन की चर्चा
दुमका में ध्वजारोहण के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड सरकार की महिला सशक्तीकरण योजनाओं, युवाओं के लिए स्वरोजगार योजनाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन रोकने के प्रयासों पर चर्चा की. कहा कि हाल ही में झारखंड में विधान सभा के चुनाव सम्पन्न हुए हैं. यह चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक रहा. झारखण्ड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी सत्ताधारी दल ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है, वह भी दो तिहाई बहुमत के प्रचंड जन-समर्थन के साथ. सीएम ने कहा कि महिला सशक्तीकरण राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता रही है. आज से लगभग पांचमहीने पहले हमारी सरकार ने झारखण्ड की बहनों-दीदियों की आर्थिक स्वतंत्रता और गरिमा सुनिश्चित करने के व्यापक उद्देश्य से मंईयां सम्मान योजना के रूप में एक क्रांतिकारी योजना की शुरूआत की थी. क्रांतिकारी इसलिए, क्योंकि झारखण्ड की सामाजिक- आर्थिक पृष्ठभूमि और ग्रामीण परिवेश में यह योजना व्यापक बदलाव लाने का सामर्थ्य रखती है. प्रारम्भ में, इस योजना के तहत् 18-50 वर्ष उम्र तक की सभी बहनों, दीदियों को प्रतिमाह 1000 रुपये की सम्मान राशि उनके बैंक खाते में उपलब्ध कराने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया था. फिर 1000 रुपये की सम्मान राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये करने का वादा अपनी दीदियों से किया था. पांच महीने के अंदर ही सम्मान राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया है. झारखण्ड के समग्र विकास के लिए मंईयां सम्मान योजना अत्यंत प्रभावकारी साबित हो रही है और वर्तमान में लगभग 56 लाख महिलाएं इस योजना से लाभान्वित हो रही हैं.
48,000 पदों पर नियुक्ति के लिए JSSC को भेजी गई है अधियाचना
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में नियुक्ति की प्रक्रिया को तीव्र करते हुए विभिन्न कोटि के लगभग 48 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग को भेज दी गई है, जिसमें से 46 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया जा चुका है. इनमें से 5 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है तथा 28 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई अंतिम चरण में है. झारखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा 11वीं-13वीं सिविल सेवा परीक्षा की प्रक्रिया भी अंतिम चरणों में है, जल्द ही 342 पदों पर नियुक्ति हेतु परीक्षाफल प्रकाशित किये जायेंगे. हमारी सरकार यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि नियुक्तियों में झारखण्ड के लोगों को उनका उचित हक मिले.



