Patna :
नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया उर्फ लूटन को बिहार से गिरफ्तार कर लिया गया है. संजीव मुखिया करीब 11 महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था. बिहार सरकार ने उसपर 3 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने संजीव मुखिया को पटना से अरेस्ट किया है. पहली बार उसका नाम साल 2010 में ब्लूटूथ डिवाइस का इस्तेमाल करके छात्रों को नकल कराने में सामने आया था. 2016 के बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा लीक मामले में भी संजीव मुखिया का नाम सामने आ चुका है. 5 मई 2024 को NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, उसके बाद से संजीव मुखिया फरार चल रहा था. कई जगह छापेमारी भी हुई, लेकिन वह पुलिस से बचता रहा.
EOU कर रही पूछताछ
संजीव मुखिया को NEET पेपर लीक मामले में अहम कड़ी माना जा रहा है. उसकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले में कई और राज से पर्दा उठ सकता है और अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. EOU की विशेष टीम संजीव मुखिया से पूछताछ कर रही है. इस मामले में 11 मई 2024 को झारखंड के देवघर से पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें एक आरोपी चिंटू था, जो संजीव मुखिया का रिश्तेदार है. नीट पेपर और आंसर की PDF फाइल 5 मई की सुबह चिंटू के वॉट्सऐप से लीक हुई थी. लर्न एंड प्ले स्कूल के प्रिंटर से वाईफाई के जरिए कमांड देकर पेपर का प्रिंट लेकर अभ्यर्थियों को रटवाया गया था.
नालंदा का रहने वाला है संजीव
संजीव मुखिया बिहार के नालंदा के नगरनौसा गांव का रहने वाला है. वह कृषि कॉलेज में तकनीकी सहायक पद पर नौकरी करता था. उसके पिता जनकिशोर प्रसाद किसान हैं और मांयशोदा देवी नर्स रह चुकी है. संजीव की पत्नी ममता विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है. संजीव पर CBI ने पेपर लीक का केस दर्ज किया था. वहीं ED ने PMLA का केस दर्ज किया है. बता दें कि संजीव का बेटा शिवकुमार भी पेपर लीक मामले में जेल में बंद है.


