गढ़वा :
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को गढ़वा जिले में आयोजित राजकीय बंशीधर महोत्सव में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने जिले को 183 करोड़ रुपये की 24 योजनाओं की सौगात दी. सीएम ने 45 करोड़ 88 लाख 57 हज़ार रुपए की लागत से 8 योजनाओं की आधारशिला रखी. वहीं, 136 करोड़ 84 लाख 51 हज़ार रुपए की लागत की 19 योजनाओं का उद्घाटन किया. सीएम ने कहा कि हर वर्ष यहां बंशीधर महोत्सव मनाया जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इस महोत्सव को और अधिक भव्य बनाने एवं महोत्सव का पैमाना बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने संकल्प लिया है. अब बंशीधर महोत्सव राजकीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. देश-दुनिया में यह महोत्सव अपना अलग स्थान बनाए इसके लिए सरकार ने इस महोत्सव को राजकीय महोत्सव के रूप में आयोजित करने की घोषणा की थी.
राज्य वासियों के उत्थान और विकास कार्यों की रूपरेखा हो रही तैयार
सीएम ने कहा कि आने वाले वर्षों में हम राज्यवासियों के उत्थान तथा उनके विकास के लिए क्या-क्या कार्य करेंगे, इसकी रूपरेखा तैयार हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके इस मैदान में मैं पहली बार नहीं आया हूं, कई बार आया हूं. मैं आप लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं, हाथ जोड़कर नमन करता हूं ,कि आप लोगों ने हमें कभी निराश नहीं किया. आज आशीर्वाद के रूप में आप लोगों ने सरकार को मजबूत करने के लिए, अपने श्री बंशीधर नगर और पलामू प्रमंडल को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार के पक्ष में दो-दो विधायक चुनकर दिए हैं.
राज्य सरकार ने झारखंड की नारी शक्ति को दिया सम्मान
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य की आधी आबादी को उनके पैरों पर खड़ा करने के लिए ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए इस राज्य की सभी महिलाओं को हमने सम्मान राशि देने का काम किया है. देश के 28 राज्यों में नारी शक्ति को सबसे अधिक सम्मान देने का काम झारखंड में किया जाता है, वह भी राज्य सरकार के द्वारा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कहते नहीं हैं ,हम करके दिखाने वाले लोग हैं. हमने चुनाव से पहले जो वादा किया, सरकार बनते ही उस वादा को पूर्ण करने का काम किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे तकलीफ भी होती है कि इतना मन लगाकर कार्य करने के बावजूद कुछ असामाजिक तत्व किस्म के लोग हमारे कार्यों में व्यवधान डालते हैं. हमें कार्य करने से रोकते हैं एवं झूठा आरोप लगाकर हमें परेशान किया जाता है. इन लोगों को अच्छा कार्य पसंद नहीं है.
जल संकट से उबरेगा पलामू प्रमंडल
उन्होंने कहा कि पलामू प्रमंडल पानी के लिए हमेशा तरसता रहा है. यह शैडो जोन में आता है, गर्मी यहां अधिक पड़ती है. किसान पानी की बूंद के लिए तरसते रहते है ,लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं हो पाती है, इसके लिए आप लोग चिंता ना करें. पूर्व के अपने शासनकाल में हमने इस क्षेत्र के गांव, खेत और किसानों तक पानी पहुंचाने के एक संकल्प लिया था, उसके तहत हम लोगों ने कनहर परियोजना का शुभारंभ किया था. लगभग 1200 करोड़ रुपए की यह योजना आने वाले 6 से 8 महीने में पूर्ण होने जा रहा है ,जो यहां के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने का कार्य करेगा.




