घाटशिला उपचुनाव: झामुमो ने सोमेश सोरेन को बनाया प्रत्याशी, पिता की राजनीतिक विरासत संभालेंगे
- Posted on October 15, 2025
- राजनीति
- By Bawal News
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Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी है. पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में सर्वसम्मति से सोमेश सोरेन को उम्मीदवार बनाए जाने का फैसला लिया गया. सोमेश, घाटशिला के पूर्व विधायक और दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र हैं. रामदास सोरेन के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. पार्टी ने जनता के बीच सोमेश की पकड़ और उनके पारिवारिक राजनीतिक विरासत को देखते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है. इस फैसले पर अंतिम मुहर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में केंद्रीय समिति की बैठक में लगी.
राजनीतिक विरासत और पिछले चुनाव के आंकड़े
2024 के विधानसभा चुनाव में रामदास सोरेन को 98,356 वोट मिले थे, जबकि भाजपा के बाबूलाल सोरेन को 75,910 वोट हासिल हुए थे. सोमेश सोरेन को अपने पिता के काम और जनसम्पर्क का लाभ मिलने की उम्मीद है. पार्टी का मानना है कि वे अपने पिता की राजनीतिक जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाने में सक्षम हैं.
घाटशिला उपचुनाव की तारीखें
- मतदान: 11 नवंबर 2025
- मतगणना: 14 नवंबर 2025
- नामांकन की अंतिम तारीख: 21 अक्टूबर
- नाम वापसी की अंतिम तिथि: 24 अक्टूबर
घाटशिला विधानसभा सीट पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित है और यह अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है. यहां कुल 2,55,823 मतदाता हैं.
नामांकन के दिन सीएम रहेंगे मौजूद
झामुमो प्रत्याशी सोमेश सोरेन 17 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनके साथ तीन से चार राज्य मंत्री और संभावित रूप से उनकी पत्नी एवं गांडेय विधायक कल्पना सोरेन भी मौजूद रहेंगी. नामांकन से पहले दोपहर 12 बजे दाहीगोड़ा सकर्स मैदान में एक बड़ी चुनावी सभा आयोजित की जाएगी, जिसे सीएम हेमंत सोरेन संबोधित करेंगे. इसके लिए मैदान में भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है.
झामुमो ने बनाई बड़ी चुनावी रणनीति
सूत्रों के मुताबिक, नामांकन के बाद खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनावी रणनीति की कमान संभालेंगे. झामुमो के कई मंत्री भी घाटशिला में कैंप करेंगे और पूरे चुनाव प्रचार की निगरानी करेंगे. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा, सीएम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन घाटशिला में रहकर प्रचार तेज कर सकते हैं.
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