Ranchi: धनबाद के डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह को बड़ी राहत मिली है. उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. संजीव सिंह पिछले 7 साल से जेल में बंद थे. संजीव झरिया से बीजेपी की विधायक रागिनी सिंह के पति हैं. संजीव सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने से समर्थकों में खुशी की लहर है.
अपने चचेरे भाई नीरज सिंह की हत्या मामले में आरोपी संजीव सिंह को निचली अदालत से जब जमानत नहीं मिली तो उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. यहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली थी. इसके बाद वे जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे. आखिरकार वहां उन्हें राहत मिली.
क्या है मामला
घटना 22 मार्च 2017 की है. अपराधियों ने धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या कर दी थी. नीरज सिंह अपने तीन समर्थकों के साथ धनबाद के स्टील गेट स्थित अपने घर रघुकुल जा रहे थे. नीरज सिंह की गाड़ी जैसे ही स्टील गेट के पास पहुंची, वहां पर ब्रेकर होने की वजह से गाड़ी धीमी हुई, तभी अपराधियों ने गाड़ी पर तीन तरफ से फायरिंग शुरू कर दी.
अपराधियों ने उनकी गाड़ी के बोनट पर चढ़कर फायरिंग की थी. हमले से नीरज सिंह समेत 4 लोग मारे गए थे. अपराधियों ने करीब 100 राउंड गोली चलायी थी, जिसमें से 25 गोलियां नीरज सिंह को लगी थी. जबकि उनके बॉडीगार्ड को 67 गोलियां लगी थी. घटना में नीरज सिंह के अलावा उनके निजी बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी, चालक घलटू और करीबी समर्थक अशोक यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.





