Ranchi: राजधानी के नगड़ी में रिम्स-2 की जमीन विवाद में कई सामाजिक और राजनीतिक संगठन कूदे, लेकिन आखिर में सारा क्रेडिट जयराम महतो की पार्टी ले गई. रिम्स 2 को लेकर कई दिनों से आंदोलन चल रहा था. बाबूलाल मरांडी और बंधु तिर्की समेत कई नेता विरोध में आगे आए, लेकिन फिर सब बैकफुट पर चले गए. आज रिम्स 2 की प्रस्तावित जमीन पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई आंदोलनकारी के साथ हल चलाने वाले थे, लेकिन इससे पहले उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया. चंपई सोरेन वहां नहीं पहुंच सके लेकिन डुमरी विधायक जयराम महतो की पार्टी के नेता वहां पहुंचने में जरूर सफल हुए. सिल्ली विधानसभा सीट और रांची लोकसभा सीट से जेएलकेएम के उम्मीदवार रहे देवेंद्रनाथ महतो ने नगड़ी पहुंचकर हल चलाया और विरोध दर्ज कराया.
नगड़ी में पहुंचे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी. इसी बीच में जयराम महतो की पार्टी के नेताओं के साथ स्थानीय लोग वहां पहुंचे और हल चलाने की कोशिश की. पुलिस ने उन्हे रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. प्रदर्शनकारी दिशोम गुरु शिबू सोरेन का मास्क पहनकर वहां पहुंचे थे ताकि पुलिस के बल प्रयोग से बच सके.
लाख बंदिशों के बावजूद हजारों की संख्या में ग्रामीणों न सिर्फ उस जमीन पर पहुंचकर धनरोपनी की, बल्कि अपने साथियों को पुलिस से छुड़वाने के लिए कांके-पिठोरिया रोड को भी जाम कर दिया. लोगों ने कहा कि वह अस्पताल का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन अस्पताल के लिए उनके पुरखों की उपजाऊ जमीन लेने का विरोध कर रहे हैं. झारखंड और रांची में हजारों एकड़ बंजर या सरकारी जमीन है, सरकार वहां पर अस्पताल का निर्माण कराए.



