Ranchi :
रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार की बर्खास्तगी के बाद विधायक सरयू राय और स्वास्थ्य मंत्री के बीच ट्विटर पर बहस शुरू हो गई है. जदयू के विधायक सरयू राय ने रिम्स निदेशक को हटाये जाने के फैसले को पर दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. विधायक ने ट्विट कर कहा कि यह कार्रवाई इसलिए की गई कि डॉ राजकुमार ने दो दिन पहले हुई रिम्स शासी निकाय बैठक में करोड़ों रूपए के गलत भुगतान करने का सरकारी आदेश नहीं माना और सही बातें कह दी. इनके द्वारा रिम्स में किया जा रहा सुधार भी सरकार को रास नहीं आया.
हर मामले को राजनीतिक चश्मे से न देखें : स्वास्थ्य मंत्री
विधायक के ट्विट पर रिप्लाई करते हुए स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि वे सरयू राय से आग्रह करते हैं कि हर मामले को राजनीतिक चश्मे से देखने की आवश्यकता नहीं है. रिम्स शासी परिषद ने विधिसम्मत तरीके से निदेशक को कार्यमुक्त करने का निर्णय किया है. अनुशासनहीन, अनियमितता, असंतोषप्रद और अभद्र आचरण करने वालों के लिए यहां कोई स्थान नहीं है.
आपकी सोच निराधार है : विधायक
मंत्री के ट्विट पर फिर रिप्लाई करते हुए सरयू राय ने लिखा कि मेरा वक्तव्य राजनीति प्रेरित नहीं है. आपकी ऐसी सोच निराधार है.रिम्स शासी परिषद की बैठक की ख़बर अख़बारों में छपी हैं. पता नहीं कतिपय भुगतान के सिवाय किस एजेंडा पर बात हुई. निदेशक स्तर का व्यक्ति बैठक में अपने स्पष्ट विचार रखता है तो इसपर गौर करना चाहिए.
संतोषजक सेवा नहीं होने के कारण निदेशक की बर्खास्तगी
गौरतलब है कि गुरुवार को रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री सह रिम्स शासी परिषद के अध्यक्ष डॉ इरफान अंसारी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. सरकार की ओर से जारी आदेश में बताया गया कि निदेशक ने मंत्री परिषद, शासी परिषद और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनहित में दिये आदेशों का पालन नहीं किया. इसके अलावा रिम्स अधिनियम-2022 के तहत निर्धारित उद्देश्यों की पूर्ति भी नहीं हो पायी. डॉ राजकुमार की सेवा संतोषजनक नहीं होने के कारण उन्हें पद से हटाया गया.





