Ranchi: रांची के कांके स्थित नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स -2 की भूमि पर हल चलाने से पहले मुख्यमंत्री चंपई सोरेन हाउस अरेस्ट कर लिए गए. चंपई सोरेन हल जोता, रोपा रोपो कार्यक्रम के तहत नगड़ी में हल चलाने वाले थे. वहीं उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन को भी डिटेन किया गया है. सरायकेला-खरसावां जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा सहित कई अन्य नेताओं को भी नगड़ी पहुंचने से रोकने के लिए अरेस्ट किया गया है. जिला प्रशासन ने कांके अंचल स्थित नगड़ी मौजा में पस्तावित रिम्स-2 के 200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. इस स्थल पर रविवार को लोगों की भीड़ एकत्रित होने की संभावना है.
क्या है मामला
रिम्स-2 के लिए कांके के सुकुरहुटू में 102 एकड़ जमीन चिन्ह्रित की गयी थी, लेकिन विवाद के बाद नगड़ी में जमीन का चयन किया गया. नगड़ी में भी विरोध शुरू हो गया. नगड़ी और आसपास के गांवों में रिम्स-2 के लिए चिह्नित जमीन पर खेती करने से रैयतों को रोके जाने और कांटेदार तारों से घेराबंदी किये जाने से ग्रामीणों में नाराजगी है. नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीण कई दिनों से आंदोलन की तैयारी में जुटे हैं.
समिति ने विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों और आसपास के गांवों के किसानों से आंदोलन में समर्थन मांगा है. लोगों का कहना है कि काफी पहले जमीन का अधिग्रहण किया गया था. पर जब यहां कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ, तो इस जमीन पर स्वाभाविक दावा रैयतों का है. वहीं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बंधु तिर्की, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, JLKM अध्यक्ष जयराम महतो समेत कई नेताओं ने रजातों की मांगों का समर्थन किया है.



