केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर असम में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को हमेशा “वोट बैंक” के रूप में देखा, जबकि ये घुसपैठिए असम के लोगों, उनकी ज़मीन और सांस्कृतिक पहचान के लिए गंभीर खतरा हैं. अमित शाह ने स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) असम और पूरे देश से अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. अमित शाह असम के नगांव ज़िले स्थित बटाद्रवा थान में पुनर्विकसित महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव आविर्भाव क्षेत्र के उद्घाटन के बाद एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
‘कांग्रेस ने घुसपैठ के खतरे को किया नजरअंदाज’
गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वर्षों तक अवैध घुसपैठ से होने वाले खतरों को जानबूझकर नजरअंदाज किया. उन्होंने कहा कि घुसपैठिए केवल असम की अर्थव्यवस्था और प्राकृतिक संसाधनों पर बोझ नहीं हैं, बल्कि राज्य की विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान के लिए भी खतरा बन चुके हैं. अमित शाह ने कहा, “कांग्रेस ने उन घुसपैठियों को वोट बैंक बनाया, जिन्होंने असम के लोगों, संस्कृति और पहचान को नुकसान पहुंचाया.”
बीजेपी असम के हितों की रक्षा के लिए संकल्पित
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी असम के मूल निवासियों के अधिकारों, सुरक्षा और पहचान की रक्षा के लिए पूरी मजबूती से खड़ी है. उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने अवैध घुसपैठ की पहचान और कार्रवाई के लिए सख्त नीतियां बनाई हैं और इस दिशा में लगातार काम किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में असम के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है, चाहे वह इंफ्रास्ट्रक्चर हो, सुरक्षा हो या सांस्कृतिक संरक्षण.
2026 विधानसभा चुनाव से पहले जनता से अपील
असम में 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए अमित शाह ने जनता से बीजेपी को फिर से समर्थन देने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर असम की जनता ‘कमल’ को अगले पांच वर्षों के लिए आशीर्वाद देती है, तो राज्य को पूरी तरह घुसपैठ मुक्त बनाया जाएगा. अमित शाह ने कहा, “हमें पांच साल और दीजिए, हम असम को घुसपैठियों से मुक्त करेंगे और यहां के लोगों की सुरक्षा, समृद्धि और सांस्कृतिक गौरव सुनिश्चित करेंगे.”



