Ranchi: रिम्स परिसर में जारी अवैध निर्माण के मुद्दे पर BJP ने राज्य सरकार, रांची नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. पार्टी के प्रवक्ता अजय साह ने दावा किया कि राजधानी में सरकारी प्रणाली का दुरुपयोग कर जमीन की संगठित लूट चल रही है.
अजय साह ने कहा कि, बरियातू की जिस जमीन पर सेना का दावा था, उसे कब्जाने में पूर्व डीसी की अहम भूमिका रही, जिन्हें एक बार फिर सरकार ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे दी है. अब उसी क्षेत्र में सरकारी अस्पताल की जमीन पर एक निजी अपार्टमेंट खड़ा कर दिया गया है, जो गंभीर सवाल खड़ा करता है.
प्रवक्ता ने कहा कि आमतौर पर जमीन माफिया कुछ दिनों में कब्जा कर फरार हो जाते हैं, लेकिन रिम्स परिसर में चार साल तक खुलेआम एक निजी अपार्टमेंट का निर्माण चलता रहा. यह तभी संभव है जब माफियाओं को सरकारी संरक्षण और प्रभावी विभागों का समर्थन मिल रहा हो. उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के शीर्ष अधिकारियों की मिलीभगत के बिना ऐसा निर्माण संभव ही नहीं था, जबकि आम लोगों के मकानों के नक्शे मंजूर होने में वर्षों लग जाते हैं.
BJP प्रवक्ता ने यह भी कहा कि रांची नगर निगम भ्रष्ट अधिकारियों की सुरक्षित पनाहगाह बन चुका है. अन्य जिलों में भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे अधिकारियों को रांची भेजकर उन्हें बड़े पैमाने पर “खेल” करने का मौका दिया जाता है. अजय साह का दावा है कि यही भ्रष्टाचार का नेटवर्क पिछले पांच वर्षों से नगर निगम चुनाव न होने की असली वजह है.
रिम्स–2 पर भी सवाल
अजय साह ने सरकार के रिम्स–2 प्रोजेक्ट पर भी प्रश्न उठाए. उन्होंने कहा कि जब वर्तमान रिम्स की जमीन बिल्डरों और माफिया को सौंप दी गई है, तो क्या रिम्स–2 भी जमीन माफियाओं के लिए नया खजाना बनाने का प्रयास है? सरकार बड़े विरोध के बावजूद लोगों की जमीन अधिग्रहित करने पर क्यों अड़ी है?
अजय ने आरोप लगाया कि नगर निगम आम नागरिकों के मकानों पर बुलडोज़र चलाने में तो सक्रिय रहता है, लेकिन रिम्स परिसर में अवैध निर्माण पर सालों तक सिर्फ नोटिस भेजने का नाटक करता रहा. BJP ने यह भी दावा किया कि इस पूरे मामले में कांग्रेस के एक विधायक का नाम सामने आ रहा है, इसलिए निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई आवश्यक है.


