Ranchi :
अनिल टाइगर की हत्या के खिलाफ सड़क से सदन तक आक्रोश दिखा. बीजेपी नेता अनिल टाइगर की हत्या के खिलाफ बुलाए गये रांची बंद का पूरे राजधानी में व्यापक असर नजर आया. बंद के कारण राजधानी के सभी इलाकों में वाहनों की आवाजाही कम रही. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. दुकानों के शटर डाउन दिखे. शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में सुबह से ही बीजेपी कार्यकर्ता और नेता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और रोड जाम कर दिया. केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ भी बंद को सफल बनाने निकले. उन्होंने रातू रोड में समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया और सड़क जाम किया. उधर कोकर के डिस्टलरी पुल के पास बीजेपी नेताओं ने सड़क जाम कर दिया. इससे पहले गुरुवार की सुबह 9 बजे कोकर के मुख्य चौक पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं बूटी मोड़, पिठोरियो, पिस्का मोड़, रातू रोड, कांके चौक समेत कई प्रमुख इलाकों की सड़कों को बंद समर्थकों ने जाम कर दिया.
कई नेता हिरासत में लिए गये
बंद के दौरान बीजेपी धुर्वा मंडल के अध्यक्ष उमेश यादव और वरिष्ठ भाजपा नेता कामेश्वर सिंह पुलिस हिरासत में लिये गये हैं. इससे पहले बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव और सामाजिक कार्यकर्ता भैरव सिंह समेत कई नेताओं को पुलिस ने एहतियातन घर से ही हिरासत में ले लिया.
विधानसभा के बाहर और अंदर प्रदर्शन
अनिल टाइगर की हत्या के मामले पर झारखंड विधानसभा में भी विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी के विधायकों ने हाथों में तख्तियां लेकर विधानसभा के गेट पर प्रदर्शन किया. सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद बीजेपी ने इस मुद्दे पर अंदर भी हंगामा शुरू कर दिया. बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने स्पीकर से कहा कि हत्यारी सरकार को संरक्षण देना बंद करिये. उधर मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने सरकार की मोर्चा संभाला उन्होंने कहा कि ये राज्य बीजेपी का नहीं है. राज्य इनके हवाले नहीं किया जा सकता. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 5 मिनट भी नहीं चली. स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 1.55 तक के लिए स्थगित कर दिया.
हत्या के बाद अनिल टाइगर का चरित्र हनन कर रही पुलिस : नेता प्रतिपक्ष
1.55 में दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी ने फिर अनिल टाइगर हत्याकांड को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कल कांके थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर अनिल टाइगर की हत्या हो गई. इसके बाद पुलिस ने उनका चरित्र हनन करना शुरू कर दिया. कुडू में हुई किसी हत्या से अनिल टाइगर के हत्या का तार जोड़ दिया. बाबूलाल ने कहा कि हमने पता किया तो पता चला कि ऐसा कुछ भी नहीं है. रांची एसएसपी ने सुनियोजित तरीके से मामले को कमजोर करने के लिए यह चाल चली है. उन्होंने कहा कि चर्चा है कि थाना को टारगेट दिया जाता है. अपराधियों को पकड़ने के लिए नहीं बल्कि वसूली के लिए.
मानवता का खून हुआ है, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे : संसदीय कार्यमंत्री
संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि अनिल टाइगर की हत्या से सिर्फ सत्ता पक्ष और विपक्ष ही नहीं बल्कि पूरे राज्य की जनता मर्मातह है. हमारे अंदर भी तकलीफ है, लेकिन हमारी सरकार ऐसी किसी भी घटना को दलीय आधार पर नहीं देखती है. हम इंसानियत के आधार पर ऐसे मामलों को देखते हैं. मानवता का खून हुआ है. दोषी बख्शे नहीं जाएंगे.





