Hazaribagh: झारखंड के हजारीबाग जिले से एक दुखद घटना सामने आई है, जहां न्याय मिलने में हो रही देरी से परेशान होकर एक परिवार के दूसरे बेटे ने भी अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. इस घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने हजारीबाग-छठ तालाब मुख्य मार्ग (मेडिकल कॉलेज रोड) को पूरी तरह जाम कर दिया है.
क्या है पूरा मामला?
परिजनों के अनुसार, 7 जुलाई 2023 को परिवार के छोटे बेटे की कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 19 लोगों को नामजद आरोपी बनाया था. परिजनों का आरोप है कि घटना के ढाई साल बीत जाने के बाद भी पुलिस केवल 9 आरोपियों को ही गिरफ्तार कर पाई है, जबकि 10 मुख्य आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं.
परिजनों का कहना है कि पुलिस की इसी कार्यशैली और छोटे भाई को न्याय न मिल पाने के कारण मंझला बेटा गहरे डिप्रेशन में था. इसी मानसिक पीड़ा के चलते सोमवार सुबह उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली.
सड़क पर उतरा आक्रोश, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
मंझले बेटे की मौत की खबर फैलते ही इलाके में तनाव फैल गया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और परिजन शव के साथ सड़क पर उतर आए और झंडा चौक व मेडिकल कॉलेज जाने वाले मुख्य मार्ग को बाधित कर दिया. प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि जब तक पुलिस अधीक्षक (SP) स्वयं मौके पर आकर शेष आरोपियों की गिरफ्तारी का ठोस आश्वासन नहीं देते, जाम नहीं हटाया जाएगा. पुलिस की ढिलाई के खिलाफ स्थानीय प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं.
यातायात ठप, मौके पर भारी पुलिस बल
सड़क जाम होने के कारण शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ओर जाने वाली एंबुलेंस और सामान्य वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. राहगीरों को भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. प्रशासनिक अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.



