अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नई इमिग्रेशन योजना शुरू की है, जिसे ‘ट्रंप गोल्ड कार्ड वीजा’ नाम दिया गया है. यह स्कीम अमीर विदेशी व्यक्तियों और कंपनियों को तेजी से अमेरिकी स्थायी निवास (ग्रीन कार्ड) पाने का मौका देती है. गोल्ड कार्ड की कीमत 1 मिलियन डॉलर रखी गई है, जबकि इसका प्लैटिनम वर्जन भी जल्द लाया जाएगा. ट्रंप ने इसे उन लोगों के लिए खास अवसर बताया है जो अमेरिका के हितों को आगे बढ़ा सकते हैं.
ट्रंप का कहना है कि यह वीजा ग्रीन कार्ड जैसा है, लेकिन इससे ज्यादा लाभ देता है. इससे अमेरिकी कंपनियाँ विदेशी प्रतिभा को अपने साथ रख पाएँगी और विदेशी निवेश भी बढ़ेगा. उनके अनुसार, गोल्ड कार्ड 1 मिलियन डॉलर के फास्ट-ट्रैक नागरिकता मार्ग की तरह काम करेगा, जिसमें योग्य विदेशी EB-1 या EB-2 कैटेगरी के तहत कानूनी स्थायी निवास प्राप्त कर सकेंगे. व्हाइट हाउस ने बुधवार दोपहर से इस प्रोग्राम के लिए आवेदन स्वीकार करना शुरू भी कर दिया है.
वीजा की कुल लागत कितनी है?
गोल्ड कार्ड वीजा के लिए आवेदकों को यह शुल्क देना होगा:
- 15,000 डॉलर (करीब 13 लाख रुपये) — DHS प्रोसेसिंग फीस (नॉन-रिफंडेबल)
- 1 मिलियन डॉलर (करीब 8.9 करोड़ रुपये) — ‘गिफ्ट’, जो बैकग्राउंड वेरिफिकेशन के बाद जमा करना होगा
परिवार शामिल कर सकते हैं?
- हाँ, लेकिन अतिरिक्त शुल्क लागू होगा
- पति/पत्नी और 21 वर्ष से कम आयु के अविवाहित बच्चों को जोड़ा जा सकता है
परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए:
- 15,000 डॉलर प्रोसेसिंग फीस
- 1 मिलियन डॉलर गिफ्ट
- इसके अलावा, कुछ मामले में यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट की अतिरिक्त फीस भी लग सकती है.
कंपनियों के लिए शुल्क
- यदि कोई कंपनी विदेशी कर्मचारी को स्पॉन्सर करती है, तो उसे देना होगा:
- 15,000 डॉलर प्रति कर्मचारी प्रोसेसिंग फीस
- 2 मिलियन डॉलर (करीब 16.6 करोड़ रुपये) का कॉरपोरेट गिफ्ट
- 1% वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क
- कर्मचारी बदलने पर 5% ट्रांसफर शुल्क
- कॉरपोरेट गिफ्ट एक कर्मचारी से हटाकर दूसरे पर ट्रांसफर किया जा सकता है.
कौन आवेदन कर सकता है?
- इस प्रोग्राम के लिए आवेदक को:
- लॉफुल परमानेंट रेजिडेंसी (LPR) पाने के योग्य होना चाहिए
- अमेरिका में प्रवेश के लिए एडमिसिबल होना चाहिए
- संबंधित EB श्रेणी में वीजा उपलब्ध होना चाहिए



