रांची: दुमका विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद आखिरकार पूर्व मंत्री और बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ लुईस मरांडी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. बाबूलाल मरांडी को जो पत्र लुईस मरांडी ने लिखा है उसे झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट कर बीजेपी को आईना दिखाने की कोशिश की है. झामुमो ने लिखा “आदरणीय नड्डा जी, अगर आप तक भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं की आवाज़ नहीं पहुँच रही है तो ये वाक़ई शर्मनाक है. अगर पहुँच रही है फिर भी आप भाजपा को दल-दल बदलू दल बनने दे रहे हैं. तो फिर आप भी नॉन-बायोलॉजिकल सर्वशक्तिमान ही है और यह बिल्कुल सोची समझी रणनीति है - जहाँ समर्पित कार्यकर्ताओं का भविष्य नहीं है.”
उधर लुईस मरांडी ने पत्र में अपनी पूरी पीड़ा सामने रख दी है. इसमें उन्होंने भाजपा से अपना सियासी सफर शुरू करने और 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मौका देने तथा मंत्री बनाने के लिए आभार जताया है. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में आंतरिक अनुशासन कमजोर हुआ है. निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है.
लुईस ने झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हुई सीता सोरेन को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उन पर जानबूझ कर गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद उन्हें अपेक्षा थी कि पार्टी के लीडर इस पर पहल करेंगे पर ऐसा हुआ नहीं. लुईस के मुताबिक उन्हें 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से तैयारी करने को कहा गया था पर उनकी उपेक्षा हुई. ऐसे में अब वे भारी मन से पार्टी से इस्तीफा दे रही हैं.



