रांची:
झारखंड विधानसभा में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि विपक्ष राज्य में निराधार अफवाहें फैलाकर सरकार की छवि धूमिल करने की साजिश कर रहा है. मुख्यमंत्री ने अपने स्वास्थ्य को लेकर उड़ी अफवाहों का जिक्र करते हुए कहा कि जब उनके पिता अस्वस्थ थे, उस दौरान वह दिल्ली में थे और उनकी भी तबीयत थोड़ी खराब हो गई थी. उसी समय उन्होंने मास्क पहना था, लेकिन विपक्ष ने यह अफवाह उड़ा दी कि उन्हें फेफड़ों की गंभीर बीमारी हो गई है. उन्होंने कहा कि विपक्ष झूठी खबरें फैलाकर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है.
केन्द्र पर भेदभाव का आरोप
हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि अब तक राज्य को नहीं मिली. उन्होंने खेल बजट का उदाहरण देते हुए कहा कि झारखंड, जो देश को कई पदक दिलाता है, उसे मात्र 20 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि गुजरात को तीस प्रतिशत से अधिक राशि आवंटित की जाती है, जहां से कोई पदक नहीं आता.
मईया सम्मान योजना पर विपक्ष के सवालों का जवाब
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष मईया सम्मान योजना की राशि अब तक नहीं मिलने पर सवाल उठा रहा है, जबकि राज्य सरकार मार्च में तीन महीने की किश्त एक साथ देने की तैयारी में है. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में झारखंड की योजना अधिक लाभकारी है, लेकिन विपक्ष इसे लेकर जनता को गुमराह कर रहा है.
रिम्स का जीर्णोद्धार और नए मेडिकल कॉलेज की घोषणा
रिम्स को लेकर विपक्षी दलों की आलोचनाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पताल में एक हजार मरीजों के इलाज की व्यवस्था थी, लेकिन अचानक पांच हजार मरीज पहुंचने पर व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं. उन्होंने कहा कि सरकार रिम्स का जीर्णोद्धार करने जा रही है और जल्द ही रांची में एक नया मेडिकल कॉलेज भी खोलने की योजना पर काम हो रहा है.
‘हमारी सरकार मजबूत, विपक्ष पत्तों की तरह झड़ गया’
हेमंत सोरेन ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार की उपलब्धियों के कारण जनता ने उन्हें फिर से सत्ता में भेजा, जबकि विपक्ष ‘पत्तों की तरह झड़ गया’. उन्होंने कहा कि सरकार जनता की सेवा में समर्पित है और विपक्ष जितने भी षड्यंत्र रचेगा, वे हर हमले का जवाब छक्के से देंगे.
‘बालू माफियाओं को नहीं मिलेगी छूट’
बालू और गिट्टी के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग दबंगई से मुफ्त में बालू उठाना चाहते हैं, लेकिन सरकार ऐसा नहीं होने देगी. उन्होंने साफ किया कि सरकार पारदर्शी नीति के तहत खनन कार्य को आगे बढ़ा रही है और किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री के इस संबोधन के बाद सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई. विपक्ष ने सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाया, जबकि सत्तापक्ष ने सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों को जनता के हित में बताया.



