रांची:
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री रविंद्र नाथ महतो द्वारा नेता प्रतिपक्ष की गैरमौजूदगी पर व्यक्त की गई चिंता को लेकर भाजपा ने कड़ा ऐतराज जताया है. पार्टी प्रवक्ता अजय साह ने स्पीकर के बयान को राजनीति से प्रेरित बताते हुए इसे पूर्वाग्रह से ग्रसित करार दिया. सर्वदलीय बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा था कि बिना नेता प्रतिपक्ष के सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाना चुनौतीपूर्ण होता है. इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए स्पीकर को उनकी पूर्व की भूमिका की याद दिलाई. अजय साह ने कहा
, "
पूर्ववर्ती विधानसभा में जब स्पीकर महोदय वर्षों तक नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर निर्णय नहीं ले सके
,
तब यह चिंता उन्हें क्यों नहीं हुई
?"
बीजेपी
प्रवक्ता ने आगे कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को अपने संवैधानिक दायित्वों का निष्पक्ष रूप से निर्वहन करना चाहिए. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के
Kihoto Hollohan
मामले का हवाला देते हुए कहा कि स्पीकर का पद संसदीय प्रणाली में निष्पक्षता का प्रतीक होता है और उन्हें दलीय राजनीति से ऊपर उठकर फैसले लेने चाहिए
.
स्पीकर की निष्पक्षता पर सवाल
बीजेपी अब नए कार्यकाल की शुरुआत में ही उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं
.
अजय साह ने कहा
, "
सदन का संरक्षक होने के नाते स्पीकर को सभी दलों के प्रति समान व्यवहार रखना चाहिए
,
लेकिन उनके हालिया बयान से उनकी राजनीतिक सोच स्पष्ट हो रही है
.
बीजेपी ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी संसदीय परंपराओं और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पूरा सम्मान करती है
,
लेकिन विधानसभा अध्यक्ष को भी निष्पक्षता बरतते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए
.
पार्टी ने स्पीकर से अनुरोध किया कि वे दलीय राजनीति से ऊपर उठकर संवैधानिक मर्यादाओं का पालन करें ताकि सदन की गरिमा बनी रहे
.



