रांची :
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी का लाभ समान रूप से समाज के सभी वर्गों को मिलना चाहिए. टेक्नोलॉजी और मानवता को एक-दूसरे का पूरक होना चाहिए. हमारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी इस दृष्टिकोण पर बल दिया गया है. आज टेक्नोलॉजी ने काफी प्रगति है. इसमें सबसे बड़ा परिवर्तन एआई, एनीमेशन जैसी चीजों ने लाया है. विकसित भारत के निर्माण में इसका बड़ा योगदान है. केंद्र सरकार अभी एआई को एकीकृत करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. राष्ट्रपति रांची के बीआईटी मेसरा के प्लैटिनम जुबली समारोह को संबोधित कर रही थीं. वे बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामल थीं.
विकसित भारत के निर्माण में युवाओं का उत्साह साबित होगा मील का पत्थर
राष्ट्रपति ने कहा कि ‘विकसित भारत’ के निर्माण में युवाओं का उत्साह और प्रतिबद्धता मील का पत्थर साबित होगा. हमारी बेटियां विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, गणित में पीछे नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि उद्यमियों को पारंपरिक समुदायों के ज्ञान के आधार की अनदेखी नहीं करनी चाहिए. बीआईटी मेसरा ने इससे संबंधित पाठ्यक्रम शुरू करके बड़ा कदम उठा है, जो खुशी की बात है
झारखंड आना घर आने जैसा
राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड आना उनके लिए घर आने जैसा है. उन्होंने संस्थान के शानदार जर्नी के लिए छात्रों और शिक्षकों को बधाई दी. कहा कि आज बीआईटी मेसरा के शानदार उपलब्धियों पर गर्व करने का दिन है. इससे पहले उन्होंने छात्रों द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने कई छात्र-छात्राओं से बात भी की. कार्यक्रम के तुरंत बाद वह वहां से एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गयीं. इस दौरान राष्ट्रपति के गुजरने वाले रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त थी. हर चौक चौराहे पर सुरक्षा बलों के जवान पुलिस पदाधिकारी मुस्तैद थे. उनके आगमन को लेकर ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया था. जगह जगह बैरिकेडिंग की गयी थी.



