Palamu: झारखंड के पलामू जिले में ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग के बड़े नेटवर्क का भंड़ाफोड़ हुआ है. यह नेटवर्क करोड़ों का ट्रांजेक्शन कर रहा था. पलामू की हुसैनाबाद पुलिस ने इस नेटवर्क का खुलासा करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस नेटवर्क को छत्तीसगढ़ के भिलाई से ऑपरेट किया जा रहा था. खेलो यार साइट से बेटिंग करवाई जा रही थी, जिसका नेटवर्क भारत के अलावा कई देशों में फैला हुआ है. हुसैनाबाद में पकड़ा गया नेटवर्क इसी की फ्रेंचाइजी है. इस फ्रेंचाइजी का नंबर 141 है. यहां से प्रतिदिन 5 से 7 लाख का ट्रांजेक्शन होता था.
गुप्त सूचना पर छापेमारी
हुसैनाबाद एसडीपीओ को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसआईटी ने एक तीन मंजिला मकान में छापेमारी कर 7 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. सूचना मिली थी कि अनिल कुमार विश्वकर्मा के मकान में कुछ युवक पिछले कई दिनों से ठहरे हुए हैं, जो ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के जरिये ठगी कर रहे हैं. इस सूचना पर पलामू एसपी के निर्देश पर छापेमारी टीम का गठन किया गया.
ऑनलाइन बेटिंग करते रंगेहाथ दबोचे गये
छापामारी टीम ने मकान की तीसरी मंजिल के दो अलग-अलग कमरों में 7 युवकों को ऑनलाइन गेमिंग करते रंगे हाथ दबोच लिया. पकड़े गए युवकों में छत्तीसगढ़ के भिलाई का राहुल सिंह लोधी, बिहार के औरंगाबाद के सुजित कुमार विश्वकर्मा, अजित कुमार उर्फ अजित विश्वकर्मा, रोहित कुमार सिंह उर्फ राजा, झारखंड के बोकारो का जुबेर अंसारी, रामगढ़ का अयाज आलम उर्फ टिंकू व रांची का अक्षय कुमार कुंडू शामिल हैं. उनके पास से कई महंगे मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, चेकबुक, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की डायरी, जियो फाइबर राउटर सहित कुल 31 आइटम बरामद किए गए हैं.
हर दिन 7 से 8 लाख का अवैध कारोबार
गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया कि वे ग्राहकों से ऑनलाइन रुपये लेकर टोकन मनी देते थे और जीत-हार के आधार पर लेन-देन करते थे. इस नेटवर्क के माध्यम से प्रतिदिन 7 से 8 लाख रुपये तक का अवैध कारोबार कर रहे थे, जिसमें 70% राशि प्रमोटर और 30% फ्रेंचाइजी को मिलती थी. पूछताछ में यह भी उजागर हुआ कि पूरे नेटवर्क को तीन मुख्य आरोपी छत्तीसगढ़ के भिलाई के शेल्वी उर्फ मनीष, औरंगाबाद के राजन कुमार सिंह व प्रवीण भैया संचालित करते हैं.

