"मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी, गालियां दी गईं" - रोहिणी आचार्य के दो भावुक पोस्ट से राजनीति में हलचल
- Posted on November 16, 2025
- बिहार
- By Bawal News
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राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने रविवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर दो भावुक पोस्ट साझा कर राजनीतिक हलकों में भूचाल ला दिया. इन पोस्टों में उन्होंने अपने खिलाफ लगाए जा रहे आरोपों, पिता को किडनी दान करने पर उठ रहे सवालों और हाल ही में उनके साथ हुए अभद्र व्यवहार का खुलासा किया है.
अपने पहले पोस्ट में रोहिणी लिखती हैं-
"कल एक बेटी, एक बहन, एक शादीशुदा महिला, एक माँ को जलील किया गया. गंदी गालियां दी गईं, मारने के लिए चप्पल उठाया गया. मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच से पीछे नहीं हटी… सिर्फ इसी वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी."
दूसरे पोस्ट में वे और भी भावुक होकर लिखती हैं-
"कल मुझे गालियों के साथ कहा गया कि मैं गंदी हूँ और मैंने अपने पिता को ‘गंदी किडनी’ लगवा दी, करोड़ों रुपए लिए, टिकट लिया तब किडनी लगवाई. सभी बेटियों और बहनों से कहूंगी-अगर आपके मायके में भाई हो तो कभी भूलकर भी अपने पिता को न बचाना. भाइयों से कहना कि वे ही किडनी दें या किसी दोस्त की लगवाएँ."
उन्होंने आगे लिखा कि उन्हें आज अपने पिता का जीवन बचाने का निर्णय “गलती” बताकर शर्मिंदा किया जा रहा है- "मैंने अपने तीनों बच्चों, पति और ससुराल से अनुमति तक नहीं ली… बस पिता को बचाने के लिए किडनी दे दी. आज उसी को गंदा कहा जा रहा है. आप सब मेरे जैसी गलती कभी न करें… किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी न हो."
घर छोड़ने का दावा, परिवारिक कलह सामने
इन पोस्टों से एक दिन पहले रोहिणी आचार्य ने यह जानकारी दी थी कि उन्होंने अपने पिता का घर छोड़ दिया है. इसके साथ ही उन्होंने राजनीति और परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा कर दी. उन्होंने लिखा था- "मैं राजनीति छोड़ रही हूँ और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूँ. संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था… और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूँ."
चुनाव नतीजों के बाद से बढ़ा विवाद
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन को करारी हार मिली थी-NDA ने 243 में से 202 सीटें जीतीं जबकि महागठबंधन 35 पर सिमट गया. इसके बाद से संजय यादव की भूमिका पर सवाल उठने लगे. रोहिणी पहले भी इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर खुलकर बोल चुकी हैं.
18 सितंबर को उन्होंने तेजस्वी यादव की “बिहार अधिकार यात्रा” की एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें तेजस्वी की सीट पर संजय यादव बैठे दिखाई दे रहे थे. इसके बाद रोहिणी ने अपने परिवार और पार्टी नेताओं को सोशल मीडिया पर अनफॉलो कर दिया और आलोचकों को चुनौती दी कि अगर कोई साबित कर दे कि उन्होंने कभी अपने लिए कुछ मांगा है, तो वे खुद को राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन से अलग कर लेंगी.
उन्होंने अपने पिता को किडनी दान पर सवाल उठाने वालों के खिलाफ भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी. परिवारिक विवाद पहले से ही बढ़ा हुआ था-लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को भी पार्टी और परिवार, दोनों से बाहर कर दिया गया था. अब रोहिणी के ताजा पोस्ट ने यह साफ़ कर दिया है कि लालू परिवार और राजद के भीतर गंभीर टूटन जारी है.
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