झारखंड विधानसभा का भव्य रजत जयंती समारोह, राज सिन्हा को उत्कृष्ट विधायक का सम्मान, 16 शहीद जवानों के आश्रित भी हुए सम्मानित
- Posted on November 22, 2025
- राजनीति
- By Bawal News
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झारखंड विधानसभा के 25वें वर्षगांठ के मौके पर भव्य रजत जयंती समारोह का आयोजन किया. समारोह का उद्घाटन राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो भी मंच पर मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान इस वर्ष का 21वां उत्कृष्ट विधायक सम्मान धनबाद से बीजेपी विधायक राज सिन्हा को प्रदान किया गया. इस अवसर पर राज्य के 16 शहीद जवानों के आश्रितों को भी सम्मानित किया गया. उत्कृष्ट विधायक का सम्मान मिलने के बाद राज सिन्हा ने कहा कि यह उनके लिए गौरव और प्रेरणा का क्षण है. जब पूर्व विधायक पीएन सिंह को यह सम्मान मिला था उस वक्त से उनके मन में लालसा थी कि यह सम्मान उन्हों भी मिले.
विधानसभा सिर्फ बहस का मंच नहीं: राज्यपाल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि अलग झारखंड राज्य के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी का दूरदर्शी नेतृत्व का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. उन्होंने जन-आकांक्षाओं और क्षेत्रीय विकास की दृष्टि से यह ऐतिहासिक निर्णय लिया था. उन्होंने कहा कि विधान सभा का सत्र केवल बहस का मंच नहीं होता, यह नीति-निर्धारण का मुख्य केंद्र है तथा जनता की अपेक्षाओं, विश्वास और आशाओं का सजीव प्रतिबिंब भी है. विधायक व जन-प्रतिनिधि का सबसे बड़ा दायित्व जनता के विश्वास को बनाए रखना है. जनता द्वारा दिया गया अधिकार सेवा का अवसर है, सत्ता का साधन नहीं.
अनेक झंझावातों से गुजरा झारखंड: स्पीकर
विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने कहा कि 15 नवंबर 2000 से जिस सफर की शुरूआत हुई थी वह आज 25 वर्षों का हो चुका है. झारखंड का इतिहास बताता है कि यहाँ का संघर्ष सिर्फ राजनीतिक नहीं था बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक समानता के लिए एक सतत पुकार थी. 15 नवंबर 2000 को झारखंड को न केवल प्रशासनिक पहचान मिली थी बल्कि हमारी संस्कृति और अस्मिता की छाप और प्रबल हुई थी. हमें राजनीतिक संबल मिला था. झारखंड मात्र एक पृथक भौगोलिक भूखण्ड ही नहीं है बल्कि भूमंडल के निर्माण का साक्षी होने के साथ-साथ प्रागऎतिहासिक काल से मानव सभ्यता के विकास एवं उद्भव का सहचर रहा है. झारखंड का इतिहास अनेको झंझावातों से गुजरता रहा है. संथाल हूल से बिरसा की क्रांति और बाद में टाना भगतों के तप और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के साहस और बलिदान ने झारखंड की परिकल्पना को साकार किया है.
बदलाव कोई जादुई छड़ी नहीं: सीएम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर उत्कृष्ट विधायक राज सिन्हा को बधाई देते हुए कहा कि यह 25वां वर्षगांठ युवा झारखंड राज्य के लिए एक लंबा सफर है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और उच्च न्यायालय के बाद अब विधानसभा भी रजत जयंती मना रही है. हेमंत सोरेन कहा कि बदलाव कोई जादुई छड़ी नहीं है, इसमें वक्त लगता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 25वां वर्षगांठ युवा झारखंड राज्य का है. इस राज्य के सृजन से लेकर इस राज्य के केंद्र में होने वाले हैं राजनीतिक, सामाजिक आंदोलन, अलग-अलग गतिविधियों को देखने और समझने का अवसर कई लोगों को मिला. उन्होंने कहा कि देश में जितने राज्यों का सृजन हुआ उसमें झारखंड राज्य का सृजन बिल्कुल अलग ढंग से हुआ. आजादी की लड़ाई पूरे देश में जिस तरह से लड़ी गई कमोबेश उस तरह के संघर्ष करने की भूमिका यहां की भी रही है.
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